अगर तेरी जलवा-नुमाई न होती - The Indic Lyrics Database

अगर तेरी जलवा-नुमाई न होती

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सुमन कल्याणपुर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - बेटी बेटे | वर्ष - 1960

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र : ( अगर तेरी जलवा-नुमाई न होती
ख़ुदा की क़सम ये ख़ुदाई न होती )-२
सु : ( अगर आँख तुमने मिलाई न होती
मेरी ज़िन्दगी मुस्कराई न होती )-२

र : बहारों का मौसम न होता सुहाना
तेरे दम क़दम से हुआ आशिक़ाना
नज़ारों में ये दिलरुबाई न होती
ख़ुदा की क़सम ...

सु : तेरे प्यार ने मुझ पर एहसाँ किया है
मेरा दिल लिया है मुझे दिल दिया है
अगर तूने उल्फ़त निभाई न होती
मेरी ज़िन्दगी मुस्कराई ...

र : अगर नूर तेरा न आता जहाँ में
तो रखा ही क्या था ज़मीं आसमाँ में
कि मालिक ने दुनिया बनाई न होती
ख़ुदा की क़सम ...