गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - जिंदगी | वर्ष - 1964
View in Romanहम दिल का कँवल देंगे जिसको होगा कोई एक हज़ारों में
सागर में कहीं ज्यों इक मोती जैसे चंदा कई सितारों मेंये रूप-रंग की फुलवारी उसके लिए ही ये फूल खिले
सब कुछ देना है सौंप उसे जिस दिन जिस पल वो आन मिले
बागों में उसी के चर्चे हैं है उसकी बात बहारों मेंकिसने दिल जीता ताक़त से चाहत कब आग से डरती है
नादान शिकारी क्या जाने हिरनी किस राग पे मरती है
तलवार का ज़ोर नहीं चलता हो जाती है बात इशारों में