तेरे लिए पलकों की झालर बुनूँ - The Indic Lyrics Database

तेरे लिए पलकों की झालर बुनूँ

गीतकार - निदा फाजली | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - हरजाई | वर्ष - 1981

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तेरे लिए पलकों की झालर बुनूँ
कलियों सा गजरे में बाँधे फिरूँ
धूप लगे जहाँ तुझे छाया बनूँ, आजा साजना
महकी महकी ये रात है
बहकी बहकी हर बात है
लाजो मरूँ, झूमे जिया, कैसे ये मैं कहूँ, आजा साजना
नया नया संसार है,
तू ही मेरा घर बार है
जैसा रखे खुशी खुशी, वैसे ही मैं रहूँ, आजा साजना
प्यार मेरा तेरी जीत है
सबसे अच्छा मेरा मीत है
तेरे लिए रोऊं पिया, तेरे लिए हँसूं, आजा साजना