चम चम चमका सारा जहाँ - The Indic Lyrics Database

चम चम चमका सारा जहाँ

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - | वर्ष - 1960

View in Roman

( चम-चम चमका सारा जहाँ
ढड़कन गाये दिल है जवाँ
जान से प्यारे प्यार पुकारे
ऐसा समाँ फिर कहाँ ) -२( शबनम से भीगा है मौसम
डूबा है मस्ती में आलम ) -२
सोये नज़ारे चाँद-सितारे
चुप है ज़मीं-आसमाँ
ओ ओ ओचम-चम चमका सारा जहाँ
ढड़कन गाये दिल है जवाँ
जान से प्यारे प्यार पुकारे
ऐसा समाँ फिर कहाँ( सोई हैं आँखों में नींदें
जागी हैं दिल में उम्मीदें ) -२
मस्त हवायें साज़ बजायें
गाती हैं तनहाइयाँ
ओ ओ ओचम-चम चमका सारा जहाँ
ढड़कन गाये दिल है जवाँ
जान से प्यारे प्यार पुकारे
ऐसा समाँ फिर कहाँ( आयेंगी फिर कब ये रातें
कर लें मोहब्बत की बातें ) -२
गाये तराना आज ज़माना
हम पे हुआ मेहरबाँ
ओ ओ ओचम-चम चमका सारा जहाँ
ढड़कन गाये दिल है जवाँ
जान से प्यारे प्यार पुकारे
ऐसा समाँ फिर कहाँ