आहा रे मगन मेरा चंचल मन - The Indic Lyrics Database

आहा रे मगन मेरा चंचल मन

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - | वर्ष - 1960

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आहा रे मगन मेरा चंचल मन निस दिन गुन-गुन
कुछ अपनी ही धुन में गाये -२
पग पायल बाजे रुन-झुन-झुन सजना मेरे सुन
तुझ बिन अब रहा नहीं जायेजब से दिल में तू आया है इक जादू सा मुझपे छाया है -२
इक लहर तेरी आयी है, तेरे गीतों में दिल लहराया है
मेरे घर में चंदा उतर आया हैआहा रे मगन मेरा ...चाँद जब दिख जाता है मुझे तेरी ही याद दिलाता है -२
नींद फिर उड़ जाती है, तेरे सपनों में दिल खो जाता है
ना जाने मुझे क्या हो जाता हैआहा रे मगन ...ये जो दिन चले जायेंगे फिर मुडके कभी नहीं आयेंगे -२
तुम सजन पछताओगे और हम भी बहुत पछताएंगे
ये अरमान दिल में ही रह जायेंगेआहा रे मगन ...