तेरी दुनिया से दुर चले होके मजबूर हमें याद रखाना - The Indic Lyrics Database

तेरी दुनिया से दुर चले होके मजबूर हमें याद रखाना

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - ज़बाक | वर्ष - 1961

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तेरी दुनिया से दूर, चले होके मजबूर, हमें याद रखना
जाओ कहीं भी सनम, तुम्हें इतनी क़सम, हमें याद रखनाआएंगी बहारें तो तेरे ही फ़साने सुनाएंगी हमें
होगी तन्हाई तो आके तेरी यादें रुलाएंगी हमें
रुलाएंगी हमें, तड़पाएंगी हमें
कभी देखी थी बहार, कभी हम से था प्यार
हमें याद रखना,
जाओ ...लेजा जानेवाले दुआएं मेरे दिल की किसी से क्या गिला
तेरी ही खता है ना मेरी ही खता है जो होना था हुआ
जो होना था हुआ, है किसी से क्या गिला
देखो रोए मेरा प्यार, कहे दिल की पुकार हमें याद रखना,
तेरी ...