बाद मुद्दत के याह घडी आई - The Indic Lyrics Database

बाद मुद्दत के याह घडी आई

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सुमन कल्याणपुर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - जहाँ आरा | वर्ष - 1964

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र: बाद मुद्दत के यह घड़ी आई
आप आए तो ज़िंदगी आई
इश्क़ मर मरके कामयाB हुआ
आज एक ज़र्रा आफ़्ताब हुआसु: शुक्रिया ऐ हुज़ूर आने का
वक़्त जागा गरीब-खाने का
एक ज़माने के बाद ईद हुई
ईद से पहले मेरी दीद हुईर: ईद का चाँद आज देखा है
ईद का क्यों न ऐतबार आए
हाथ उठाकर दुआ यह करता हूँ
ईद फिर ऐसी बार-बार आएदिन ज़माने का रात अपनी है
इस घड़ी क़ायनात अपनी है
इश्क़ पर हुस्न की इनायत है
मेरे पहलू में मेरी जन्नत हैसु: फ़ासले वक़्त ने मिटा ही दिये
दिल तड़पते हुए मिला ही दिये
काश इस वक़्त मौत आ जाए
ज़िंदगानी पे आके छा जाएदोनों: बात मुद्दत के ...