चाँद आहें भरेगा फूल दिल थाम लेंगे - The Indic Lyrics Database

चाँद आहें भरेगा फूल दिल थाम लेंगे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - फूल बने अंगारे | वर्ष - 1963

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चाँद आहें भरेगा
फूल दिल थाम लेंगे
हुस्न की बात चली तो
सब तेरा नाम लेंगेआँखें नाज़ुक सी कलियां
बात मिश्री की डलियां
होंठ गंगा के साहिल
ज़ुल्फ़ें जन्नत की गलियां
तेरी खातिर फ़रिश्ते, सर पे इल्ज़ाम लेंगे (२)
हुस्न की बात...कुछ कहेगी हवा भी
कुछ कहेगी घटा भी
और मुमकिन है तेरा
ज़िक्र कर दे खुदा भी
फिर तो पत्थर ही शायद, जब्त से काम लेंगे (२)
हुस्न की बात...ऐसा चेहरा है तेरा जैसे रोशन सवेरा
जिस जगह तू नहीं है उस जगह है अंधेरा
??
हुस्न की बात...चाँद आहें भरेगा
फूल दिल थाम लेंगे...