तेरे ख़यालों में हम, तेरी ही बाहों में हम - The Indic Lyrics Database

तेरे ख़यालों में हम, तेरी ही बाहों में हम

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - आशा भोसले | संगीत - रामलाल | फ़िल्म - गीत गाया पत्थरोने | वर्ष - 1964

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तेरे ख़यालों में हम, तेरी ही बाहों में हम
अपने हैं दोनो जहां, हो जाएँ बेखुद यहाँ
हूँ रोशनी भोर की पलकों में तेरे छुपी
जब आँख खोलेगा तू, पुतली में होंगे हम ही
हम हैं कला की ज़बान, आँखों में तेरे रवाँ
मदभरी चंचल ये शाम, देती है तुझ को पयाम
पत्थर पे कर शायरी, तुझको हमारा सलाम
तू है जहाँ, हम वहाँ, झूमें ज़मीन आसमान