तेरे हमसफर गीत हैं तेरे, गीत ही तो जीवन मीत हैं तेरे - The Indic Lyrics Database

तेरे हमसफर गीत हैं तेरे, गीत ही तो जीवन मीत हैं तेरे

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मुकेश - किशोर कुमार - आशा भोसले | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - धरम करम | वर्ष - 1975

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तेरे हमसफ़र गीत हैं तेरे, गीत ही तो जीवन मीत हैं तेरे
नग्में प्यार के तू गाये जा, गाये जा और मुस्कुराये जा
सुंदरता की ओ शहज़ादी, हुस्न की देवी, ऐ मूरत खामोशी की
इतनी प्यारी सूरत ले के काश के तू भी मेरे सूर में गा सकती
हर दिल को दीवाना तू बना देती, जान-ए-मन
मेरे हमदम मेरे साथी, तेरी धून में क्या जादू है क्या जाने
गुनगुनाने लगे, दिल के वीराने, देखो ना
गीत सुना के, साज़ बजा के, पल दो पल को दुखियों का दिल बहला दे
कोई काम कर गये, हम तो ये जाने दुनिया में