तेरी निगाहों पे मार मार गे हम - The Indic Lyrics Database

तेरी निगाहों पे मार मार गे हम

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - वो कौन थी | वर्ष - 1964

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तेरी निघाओ पे मर मर गए हम
बाकि अदाओं पे मर मर गए हम
क्या करे क्या करे क्या करे
तेरी निघाओ पे मर मर गए हम

जुल्फों में लेके काली रात चले
सारा ज़माना लिए साथ चले
जुल्फों में लेके काली रात चले
सारा ज़माना लिए साथ चले
ऐसे में जीने का मजा है सनम
आँखों से तेरी मेरी बात चले
बेवफा एक निगाह देख ले देख भी ले
तेरी निघाओ पे मर मर गए हम
बाकि अदाओं पे मर मर गए हम

वल्लाह बेघर हु बेनाम हु मै
दिल ने जो भेजा वो सलाम हु मै
वल्लाह बेघर हु बेनाम हु मै
दिल ने जो भेजा वो सलाम हु मै

साथी की जिस पे नज़र न हुई
ैस अहि प्यासा एक जाम हु मै
बेवफा एक निघा देख ले
देख ले देख भी ले
तेरी निघाओ पे मर मर गए हम
बाकि अदाओं पे मर मर गए हम

तेरी अदा का तो जवाब नहीं
मेरी वफ़ा का भी हिसाब नहीं
तेरी अदा का तो जवाब नहीं
मेरी वफ़ा का भी हिसाब नहीं
सूरत तुम्हारी बड़ी खूब सही
दिल तो हमारा भी ख़राब नहीं
बेवफा एक निगाह देख ले देख भी ले
तेरी निघाओ पे मर मर गए हम
बाकि अदाओं पे मर मर गए हम
क्या करे क्या करे क्या करे
तेरी निघाओ पे मर मर गए हम
बाकि अदाओं पे मर मर गए हम.