चलते हो तो चमन को चलिए - The Indic Lyrics Database

चलते हो तो चमन को चलिए

गीतकार - Nil | गायक - Nil | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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चलते हो तो चमन को चलिए कहते हैं कि बहाराँ है
पात हरे हैं फूल खिले हैं कम कम बाद-ओ-बाराँ है
रंग हवा से यूँ टपके है जैसे शराब चुवाते हैं
आगे हो मयखाने के निकलो अहद-ए-बादा-गुसाराँ है
दिल है दाग़ी जिगर है टुकड़े आँसू थे सो ख़ून हुए
लोहू पानी एक करे ये इश्क़ -ए-लाला-अजाराँ है
कोहकन ओ मजनू की खातिर दश्त -ओ -कोह में हम न गए
इश्क़ में हम को मीर निहायत पास-ए इज़्ज़त-दारां है