दिल ए बेताब को सीन से लगाना होगा - The Indic Lyrics Database

दिल ए बेताब को सीन से लगाना होगा

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सुमन कल्याणपुर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - पालकी | वर्ष - 1967

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र : दिल-ए-बेताब को सीने से लगाना होगा
आज पर्दा है तो कल सामने आना होगा
स : आपको प्यार का दस्तूर निभाना होगा
दिल झुकाया है तो सर को भी झुकाना होगार : अपनी सूरत को तु ऐ जान-ए-वफ़ा यूँ न छुपा
गर्मी-ए-हुस्न से जल जाये न आँचल तेरा
लग गई आग तो मुझ को ही बुझाना होगा
आज पर्दा है तो ...स : आज आलम है वो दिल का कि बताये न बने
पास आये न बने दूर भी जाये न बने
मैँ हूँ मधोश मुझे होश में लाना होगा
दिल झुकाया है तो ...स : आप तो इतने क़रीब आ गये अल्लाह, तौबा!
र : क्या करें आप से टकरा गये, तौबा, तौबा
स : इश्क़ इन बातों से रुस्वा-ए-ज़माना होगा
र : आज पर्द है तो ...