उठी उठी ये निगाहें हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी - The Indic Lyrics Database

उठी उठी ये निगाहें हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोंसले, महेंद्र कपूर | संगीत - रवि | फ़िल्म - आदमी और इंसान | वर्ष - 1969

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उठी-उठि ये निगाहें

हाय हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी
हाय हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी
जियरा मोरा जाने क़सक तोरे मन की
जियरा मोरा जाने क़सक तोरे मन की
हो रसिया तू बड़ा बेदर्दी
हाय हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी
हाय हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी

बतियाँ झूठी तोरि नैणा छल से भरे
नैना छल से भरे
कोहु ना प्रीत करे तोरे सैग राम करे
तोरे सैग हां हां हां हां राम करे
लोभी टोरी नज़ारे हो लोभी टोरी नज़ारे
लोभी टोरी नज़ारे हो टोरी नज़ारे है खोटी तोरी मरजी
हो रसिया तू बड़ा


जिया के बाईं पीया कछहु जाने नहीं
जिया के बाईं पीया कछहु जाने नहीं
कछहु जाने नहीं
ज़ुल्मी मोरा कहा हाय ज़ुल्मी मोरा कहा एकहु माने नहीं
करे मनमानी हो करे मनमानी दिखाए खुदगर्जी
हो रसिया तू बड़ा

काहे का मान करे काहे को धाए जुलम
काहे का मान करे काहे को धाए जुलम
प्रीत की हाय पड़े
प्रीत की हाय पड़े तो पे ो बैरी बलम
जा रे नहीं मानूंगी
जा रे नहीं मानूँ
हो जा रे नहीं मानूंगी सैय्यां तोरी मरजी

रसिया तू बड़ा बेदर्दी
हाय हाय रसिया तू बड़ा बेदर्दी.