तस्वीर बनाता हूँ, तस्वीर नहीं बनती - The Indic Lyrics Database

तस्वीर बनाता हूँ, तस्वीर नहीं बनती

गीतकार - खुमार बाराबंकवी | गायक - तलत महमूद | संगीत - नशद | फ़िल्म - बारादरी | वर्ष - 1955

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तस्वीर बनाता हूँ, तस्वीर नहीं बनती
एक ख़्वाब सा देखा है, ताबीर नहीं बनती
बेदर्द मोहब्बत का इतना सा है अफ़साना
नज़रों से मिली नज़रें, मैं हो गया दीवाना
अब दिल के बहलने की तदबीर नहीं बनती
दम भर के लिए मेरी दुनिया में चले आओ
तरसी हुई आखों को फिर शक्ल दिखा जाओ
मुझ से तो मेरी बिगड़ी तकदीर नहीं बनती