छलका छलका रे कलसी का पानी - The Indic Lyrics Database

छलका छलका रे कलसी का पानी

गीतकार - गुलजार | गायक - Nil | संगीत - ए. आर. रहमान | फ़िल्म - साथिया | वर्ष - 2002

View in Roman

छलका... छलका रे... कलसी का पानी
छलका... छलका रे... ओ आँख ना मानी
मैय्या बोले जाना नहीं
भैय्या को भी माना नहीं
बाबुल बोले बस एक दिन कल का...छलका
गुड्डा बोले जाना नहीं, गुड्डी बोले जाना नहीं
सखी बोले बस एक दिन कल का... छलका
छलका... छलका रे... कलसी का पानी
छलका... छलका रे... ओ आँख ना मानी
पोले-पोले पैरों से चली चली रे
बाबुल तेरी छोटी थी गली
गिट्टे मेरे पीछे रह गए
पाटियों के नीचे रह गए
गैय्या मेरी प्यासी रह गई
तुलसीवाली बाती रह गई
चूल्हा मैं जलाती रह गई
छलका... छलका रे... कलसी का पानी
छलका... छलका रे... ओ आँख ना मानी
मैय्या बोले जाना नहीं
भैय्या को भी माना नहीं
बाबुल बोले बस एक दिन कल का... छलका
कागा बोले जाना नहीं, जोगी बोले जाना नहीं
करघा बोले एक दिन और कल का... छलका
बाबुला छोड़ा तेरा आंगनारा
आंगनारा , आंगनारा छोड़ा तेरा आंगनारा
अबके जो घर आयेगी, हीरेवाला छल्ला लइयो
गोदी में खिलाए सखियाँ, नन्हा मुन्ना लल्ला लइयो
अबके जो सावन आएगा
दूसरी बिदाई डोलेगी
पिया की जुदाई बोलेगी
छलका छलका रे कलसी का पानी
छलका छलका रे ओ आँख ना मानी