दीवाना कह के आज मुजे फिर पुकारी - The Indic Lyrics Database

दीवाना कह के आज मुजे फिर पुकारी

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - मुल्ज़िम | वर्ष - 1963

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दीवाना कह के आज मुझे फिर पुकारिए
हाज़िर हूँ कोई तीर-ए-नज़र दिल पे मारिए
दीवाना कह के ...लग जाए आपको ना किसी की नज़र कहीं -२
घर जा के अपने हुस्न का सदका उतारिए
हाज़िर हूँ कोई ...ज़ुल्फ़ें सँवारने से बनेगी न कोई बात -२
उठिए किसी गरीब की क़िस्मत सँवारिए
हाज़िर हूँ कोई ...इक बार कर ही दीजिए इस दिल का फ़ैसला -२
रह-रह के यूँ निगाह का ख़ंज़र ना मारिए
हाज़िर हूँ कोई ...