दोंनों ने किया था प्यार मगरी - The Indic Lyrics Database

दोंनों ने किया था प्यार मगरी

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सोनिक-ओमी | फ़िल्म - महुआ | वर्ष - 1969

View in Roman

दोनों ने किया था प्यार मगर
मुझे याद रहा तू भूल गई
मैने तेरे लिये रे जग छोड़ा
तु मुझको छोड़ चलीतूने मुझसे किया था कभी वादा
मेरी ताल पे तू दौड़ी चली आएगी
कैसा बंधन है प्यार का ये बंधन
इसे छोड़ के तू कभी नहीं जाएगी
क्या यही है वफ़ा मुझे ये तो बता
मेरी महुआ, वो तेरे वादे क्या हुए
क्या यही है वफ़ा, मुझे ये तो बता, मेरी महुआ
ओ मेरी जाना, दोनो ने किया इज़हार मगर ...आज मैं अपने दिल की सदा से
आसमान को हिला के रहूँगा
ऐ मौत की नींद सोने वाली
आज तुझको जगा के रहूँगा
तू न जागी तो आसमान को जगा के रहूँगा
तू इस जग में न आई तो इस जग को जला के रहूँगा
तु है मेरा बदन मैं बदन का ??? जला के रहूँगा
ओ मेरी आतमा ??? तुझे आतमा से मिलाके रहूँगा
तू है मेरी दुल्हन आज होगा मिलन मेरी महुआ ...