धिरे धीरे ढल री चंदा धीरे धीरे धाली - The Indic Lyrics Database

धिरे धीरे ढल री चंदा धीरे धीरे धाली

गीतकार - भरत व्यास | गायक - आरती मुखर्जी | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - अंगुलिमाल | वर्ष - 1960

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धीरे धीरे ढल री चन्दा धीरे धीरे ढल
आज की ये रात मन्द फिर न आये कल
ओ चन्दा धीरे धीरे ढल ...स्वप्न बचपन के अधूरे
हो रहेंगे आज पूरे
फिर न जाने कब आयेंगे ये सुनहरे पल
ओ चन्दा धीरे धीरे ढल ...प्रीत की दुल्हन सजी है
मन में शहनाई बजी है
आज घुलने दे नयन में रात का काजल
ओ चन्दा धीरे धीरे ढल ...