रुक जा हो रुक जा रोकता है ये दिवाना: - The Indic Lyrics Database

रुक जा हो रुक जा रोकता है ये दिवाना:

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - मिस्टर एक्स इन बॉम्बे | वर्ष - 1964

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रुक जा हो रुक जा रोकता है ये दीवाना
रूठ कर मुझसे ना जाना
देखने वाले समझेंगे के तू है मेरी महबूबा हाँ
हो रुक जा( ये मौसम ये नज़ारे इन फूलों के इशारे
तेरी सूरत के आशिक़ ये सारे सनम ) -२
कभी मस्त हवा छेड़ेगी तुझे
कभी हम आ जाएँगे
रुक जा ...( बैठी है हसीना तू सबसे जुदा क्यों
ऐ शोख़-अदा कुछ झूम ज़रा
ना जल हमारे प्यार पे ) -२
बिखरा ज़ुल्फ़ें मायूस ना हो
कोई तुझसे भी कहेगा
रुक जा ...( ज़ुल्फ़ न ऐसे उलझे दुनिया ग़लत ना समझे
मशहूर हो ना जाए अफ़साना कोई ) -२
ऐ जान-ए-वफ़ा अरे अपना है क्या
तुझे छेड़ेगा ज़माना
रुक जा ...