बहुत आसन है चिलामन से लग कर मुस्कुराना: - The Indic Lyrics Database

बहुत आसन है चिलामन से लग कर मुस्कुराना:

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - रंगीन रातें | वर्ष - 1956

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र: बहुत आसान है चिलमन से लगकर मुस्कुराना -२
ल: बहुत मुश्किल है, हाये
बहुत मुश्किल है आकर सामने नज़रें
अजी नज़रें मिलानार: ज़माने में मुहब्बत सब को हो जाती है ज़ालिम -२
ल: मुहब्बत जिसको हो, हाये
मुहब्बत जिसको हो दुश्मन हुआ उसका
अजी उसका ज़मानाबहुत आसान है ...ल: उड़ी चेहरे की रंगत धड़कनों ने दिल टटोला -२
तसव्वुर में तेरा, हाये
तसव्वुर में तेरा बैठे बिठाये छेड़ जानाबहुत आसान है ...र: पलट कर, देख कर, हंस कर, झिझक कर, सर झुका कर -२
किसीका यूँ मेरे, हाये
किसीका यूँ मेरे सोये हुए अरमान,
अजी अरमान जगानाबहुत आसान है ...