झिंगापुर ताकुर ताकुर कुट्टा काटा: - The Indic Lyrics Database

झिंगापुर ताकुर ताकुर कुट्टा काटा:

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - इज्जत | वर्ष - 1968

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झिंगपुर ठाकुर ठाकुर
झिंगपुर ठाकुर ठाकुर
सदा सैड देख के पकड़
सदा सैड देख के पकड़
देख के पकड देख के पकड ै ै यो
ध गी न की न की धिन रुपमति रुक्मिणी
ध गी न की न की धिन न की धिन
ध गी न की न की धिन
ध गी न की न की धिन

गुरु अपने बोल में जवाब दू

हाय हाय काट के भगा भैया को
काट के भगा पागल कुत्ता

कटा कटा कटा
कुत्ता कटा कटा

कुत्ता काटे तो भी काट
कट कोई नयी

कुत्ते को पकड़ कर

कुत्ता काटे भैया कटे
कुत्ते भैया दोनों कटे


वह वह जोगी ठाकुर
आपने तोह बोल बड़े मजेदार बना दिए
गुरु तुम्हारी कृपा है
अब्ब कुछ नयी चीज़ सुनाओ

ठाकुर
बुड्ढा हो गया न सब कुछ भूल जाता हु

अरे न न न गुरु
यह सब कजन क्या समेट कर ऊपर ले जाओगे
अरे बच्चों के लिए भी तोह कुछ छोड़ जाओ
क्यूँ बेटा हा हा हा गुरु हा हा
अरे गुरु इसलिए तोह यह झोळी लिए फिरता हूँ
जो कुछ कहते हो सब लिख लेता हूँ
चलो सुनायो

वृन्दाबन में
वृन्दाबन में विहतंग विहतंग
झमतिकी सूयातिकी
न न न न न न न न नुपूर बजट
चिन्तामणि गान करत
सर्व सखि बिधि ताल धरत
कृष्ण चंद्र ने नाचती न तौ बिधि
धौ ती धङ ध
कृष्ण चंद्र ने नाचती न तौ बिधि
धौ ती धङ ध