मचालती आराज़ुउ खड़ी बानहेन पासारे - The Indic Lyrics Database

मचालती आराज़ुउ खड़ी बानहेन पासारे

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - उसने कहा था | वर्ष - 1960

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ओ हो मचलती आरज़ू खड़ी बाँहें पसारे
ओ मेरे साजना रे धड़कता दिल पुकारे आ जा
हो मचलती आरज़ू ...मेरा आँचल पकड़-पकड़ के कह रहा मेरा दिल
ज़माने की निग़ाहों से यहाँ छुप-छुप के मिल
यहीं तन्हाई में दिल की कली जाएगी खिल
हो मचलती आरज़ू ...अजब मस्ती में डूबा गीत गाती है हवा
दुपट्टा मेरा रह-रह के उड़ाती है हवा
करूँ क्या आते-जाते छेड़ जाती है हवा
हो मचलती आरज़ू ...मिलन के मदभरे चंचल ख़्यालों में मगन
मैं तो तकती हूँ तेरी राह ओ मेरे सजन
बहारों कि लिए मुन्तज़िर जैसे चमन
हो मचलती आरज़ू ...