चला है कहाँ - The Indic Lyrics Database

चला है कहाँ

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - संजोग | वर्ष - 1961

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चला है कहाँ
दुनिया इधर है तेरी, प्यार इधर है तेरा
आ जा ओ आ जा ओ आ जा, आ आ
अँखियां मेरी सपने तेरे
देख जरा ओ साथी मेरे
दिल दीवाना तुझे पुकारे करे इशारे, ना जा
सावन भी आनेवाला है
रंग नया लानेवाला है
रुत अलबेली मुझे अकेली देख हँसेगी, ना जा
फूल बनी है कली अभी तो
बसी है दिल की गली अभी तो
अभी अभी तो पायल मेरी बाजी छमछम, ना जा