सज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने कि - The Indic Lyrics Database

सज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने कि

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - कमल के फूल | वर्ष - 1950

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सज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने की -२
हँसी उड़ाती है दुनिया मेरे फ़साने की
सज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने की
सज़ा मिली( ख़ुशी से खेलने वाला
ज़माना क्या जाने ) -२
किसी ग़रीब को हसरत है
मुस्कुराने कीसज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने की
सज़ा मिली( कुछ और ग़म भी बचें हो
तो दे-दे ऐ क़िसमत ) -२
कि अब तो मुझको भी आदत है
ग़म उठाने कीसज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने की
हँसी उड़ाती है दुनिया मेरे फ़साने की
सज़ा मिली है किसी से ये दिल लगाने की
सज़ा मिली