चल मेरे साथ ही चल - The Indic Lyrics Database

चल मेरे साथ ही चल

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - अहमद हुसैन - मोहम्मद हुसैन | संगीत - अहमद हुसैन - मोहम्मद हुसैन | फ़िल्म - गुलदस्ता | वर्ष - Nil

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चल मेरे साथ ही चल, ऐ मेरी जान-ए-ग़ज़ल
इन समाजों के बनाये हुए बंधन से निकल, चल
हम वहाँ जाएँ जहाँ प्यार पे पहरें न लगे
दिल की दौलत पे जहाँ कोई लूटेरे न लगे
कब है बदला ये ज़माना तू ज़माने को बदल, चल
प्यार सच्चा हो तो राहें भी निकल आती हैं
बिजलियाँ अर्श से खुद रास्ता दिखलाती हैं
तू भी बिजली की तरह ग़म के अंधेरों से निकल, चल
अपने मिलने पे जहाँ कोई भी उंगली न उठे
अपनी चाहत पे जहाँ कोई भी दुश्मन न हँसे
छेड़ दे प्यार से तू साज-ए-मोहब्बत पे ग़ज़ल, चल
पीछे मत देख न शामिल हो गुनाहगारों में
सामने देख कि मंज़िल है तेरी तारों में
बात बनती है अगर दिल में इरादे हो अटल