बांध से गे हमदम के लिए - The Indic Lyrics Database

बांध से गे हमदम के लिए

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मन्ना दे | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - मंज़िल | वर्ष - 1960

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हम दम से गये हम्दम के लिये
हम्दम की क़सम हम्दम न मिला
दम से गये ...फिर भी कहे जा तू अपना अफ़साना
साथी मिल जायेगा न रुक जाना
ओ दिल तेरी कली अभी तो नहीं खिली
अभी वो मौसम न मिला
दम से गये ...ऐ दिल चमका तू अपने दाग़ों को
रोशन किये जा बुझे चिराग़ों को
तू गाये जा मेरी जाँ ये दुनियाँ है यहाँ
किसी को मरहम न मिला
दम से गये ...