ये कैसा सुर मंदिर है जिसामें संगीत नहीं - The Indic Lyrics Database

ये कैसा सुर मंदिर है जिसामें संगीत नहीं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - प्रेम नगर | वर्ष - 1974

View in Roman

ये कैसा सुर मन्दिर है जिस में संगीत नहीं
गीत लिखे दीवारों पे गाने की रीत नहींवीणा तेरी मेरी जैसे एक कहानी
इस घर में हम दोनों की किसी ने क़दर न जानी
तेरा भी कोई मीत नहीं मेरा भी मीत नहीं
ये कैसा सुर मन्दिर है ...मूरत रख देने से क्या मन्दिर बन जाता है
यूँ ही पड़ा रहने से शीशा पत्थर बन जाता है
वो पूजा कैसी पूजा है जिस में प्रीत नहीं
ये कैसा सुर मन्दिर है ...