झूम झुम कर चलिए अकेली - The Indic Lyrics Database

झूम झुम कर चलिए अकेली

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - ताज | वर्ष - 1956

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झूम झूम कर चलीइ अकेली
आज न जाने कहाँ नवेली
मस्त नज़र शरमाये
हो गया, हो गया है प्यार का जादू
नागिन सी बलखायेमस्तानी है चाल गुलाबि गाल उमरिया बाली
घुंघर वाले बाल सुनहरी जाल, नजरिया मतवाली
दूर दूर से झलक दिखाये
साँवरिया जब पास बुलाये
छम छम बढ़ती जाये
हो गया, हो गया है ...अल्बेली मगरूर नशे में चूर चली लहराती
देखो करती मान चलाती बान है दिल को तड़पाती
आग लगाकर आँख चुराये
साँवरिया जब पास बुलाये
छम छम बढ़ती जाये
हो गया, हो गया है ...