जब नाम-ए-मोहब्बत ले के - The Indic Lyrics Database

जब नाम-ए-मोहब्बत ले के

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोसले | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - काला पानी | वर्ष - 1958

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जब नाम-ए-मोहब्बत ले के
किसी नादान ने दामन फैलाया
पहलू में अजब सा दर्द उठा
पलकों पे एक आँसू थर्राया
दिल बैठ-बैठे भर आया
क्या कहिए हमें क्या याद आया
याद आई किसी की महकी हुई
सांसों की हवा हल्की-हल्की
वो शाम वो रंगों के बादल
चुनरी वो मेरी ढलकी-ढलकी
एक बात ने कितना तड़पाया
क्या कहिए हमें क्या याद आया
दुनिया से न रख उम्मीद-ए-वफ़ा
जब यूँही किसी ने समझाया
कुछ और बढ़ी सीने की जलन
कुछ और बढ़ा ग़म का साया
रह-रह के हमें रोना आया
क्या कहिए हमें क्या याद आया