इंसाफ तेरा देखा ऐ साकी ए मायाकाना - The Indic Lyrics Database

इंसाफ तेरा देखा ऐ साकी ए मायाकाना

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - सुमन कल्याणपुर | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - शाम | वर्ष - 1961

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इन्साफ़ तेरा देखा ऐ साक़ी-ए-मयख़ाना -२
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया
छलका किया पैमाना -२
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमानाहम तज़्किरा करते थे दुनिया की जफ़ाओं का -२
क्यूँ तुमने नज़र बदली क्यूँ कह दिया दीवाना -२
इन्साफ़ तेरा देखा ऐ साक़ी-ए-मयख़ाना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमानाआ
खुद ओढ़ लिया हमने इल्ज़ाम मोहब्बत का
हाँ
खुद ओढ़ लिया हमने इल्ज़ाम मोहब्बत का
देखा न गया हमसे उन आँखों का शर्माना -२
इन्साफ़ तेरा देखा ऐ साक़ी-ए-मयख़ाना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमानाआ
काफ़ी है तारुफ़ ये ऐ शम्म-ए-सर-ए-महफ़िल -२
है काम मेरा जलना और नाम है परवानाइन्साफ़ तेरा देखा ऐ साक़ी-ए-मयख़ाना
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया
छलका किया पैमाना -२
हम बैठे रहे प्यासे छलका किया पैमाना