दिल थाम चले हम आज किधर कोई देखे - The Indic Lyrics Database

दिल थाम चले हम आज किधर कोई देखे

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - इकबाल कुरैशी | फ़िल्म - लव इन शिमला | वर्ष - 1960

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दिल थाम चले हम आज किधर ( कोई देखे ) -२
बेचैन जिगर बेताब नज़र ( कोई देखे ) -२भीगी सी हवा कली सी घटा देती है तेरी ज़ुल्फ़ों का पता ओ हो आ हा
मौसम है हसीं क्यों ना हो यक़ीं अब दूर नहीं वो जान-ए-वफ़ा
नमक़ीन समाँ रंगीन सफ़र ( कोई देखे ) -२
दिल थाम चले हम ...?
चोटी पे वहाँ इक अब्र-ए-जवां देखो तो ज़रा क्यों झुकने लगा
मौसम की शरारत का मंज़र ( कोई देखे ) -२
दिल थाम चले हम ...यूँ रेल चले नागिन की तरह लहराती हुई बलखाती हुई ओ हो आ हा
फूलों से भरे इन रस्तों पे हर मोड़ पे ये समझाती हुई
ये इश्क़ भी तो है इक चक्कर ( कोई देखे ) -२
दिल थाम चले हम ...