कोरे कोर सपने मेरे बारासन से द किटाने अधूरे - The Indic Lyrics Database

कोरे कोर सपने मेरे बारासन से द किटाने अधूरे

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अनुराधा पौडवाल | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - सूर्यवंशम | वर्ष - 1999

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कोरे कोरे सपने मेरे बरसों से थे कितने अधूरे
धीरे धीरे रंग सजा के तूने कर दिए उनको पूरे
वादा है वादा चाहेंगे तुमको जीवन से ज्यादा
है वादा वादा
कोरे कोरे सपने ...तारों को घर में लाएंगे हम आशा के दीप जलाएंगे हम
आई हैं बहारें आअई हैं खुशियों के नज़ारे लाई हैं
कोरे कोरे सपने ...पंछी कभी भी रोते नहीं पत्थर के आँसू होते नहीं
पाना है किसी को खोना है होना है यहां जो होना है
कोरे कोरे सपने ...