जब कोई बात बिगड़ जाये - The Indic Lyrics Database

जब कोई बात बिगड़ जाये

गीतकार - इन्दीवर | गायक - कुमार सानू - साधना सरगम | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - जुर्म | वर्ष - 1990

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जब कोई बात बिगड़ जाये
जब कोई मुश्किल पड जाये
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवाज़
ना कोई है, ना कोई था, जिन्दगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवाज़
हो चांदनी जब तक रात, देता है हर कोई साथ
तुम मगर अंधेरो में ना छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाये
वफादारी की वो रस्में, निभायेंगे हम तुम कस्मे
एक भी सांस जिन्दगी की, जब तक हो अपने बस में
जब कोई बात बिगड़ जाये
दिल को मेरे हुआ यकीन, हम पहले भी मिले कहीं
सिलसिला ये सदियों का, कोई आज की बात नहीं
जब कोई बात बिगड़ जाये