याद आ गई वो नशीली निगाहें यारो थाम लेना - The Indic Lyrics Database

याद आ गई वो नशीली निगाहें यारो थाम लेना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - मंज़िल | वर्ष - 1960

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याद आ गैइ वो नशीली निगाहें
यारों थाम लेना, थाम लेना मेरी बाहें
याद आ गई वो नशीली निगाहें(जाम कब हमने पिया है
ये ग़म-ए-दिल का नशा है )-२
क्या जानूँ गिरके सम्भलना
हाँ मेरा संग संग चलना
यारों थाम लेना, थाम लेना मेरी बाहें
याद आ गई ...(है उन्ही आँखों की निशानी
ये मेरी ज़ख्मी जवानी )-२
मैं इन ज़ख्मों को सीके
क्या करूं होश में जीके
(यारों थाम लेना, थाम लेना मेरी बाहें
याद आ गई वो नशीली निगाहें )-२