लेकर हम दीवाना दिल, फिरते हैं मंज़िल मंज़िल - The Indic Lyrics Database

लेकर हम दीवाना दिल, फिरते हैं मंज़िल मंज़िल

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - यादों की बारात | वर्ष - 1973

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लेकर हम दीवाना दिल
फिरते हैं मंज़िल मंज़िल
कहीं तो प्यारे, किसी किनारे
मिल जाओ तुम अँधेरे उजाले
जिस गली के तुम, उस गली के हम, पर ये मजबूरीयाँ यहाँ
तुम यहीं कहीं, हम यहीं कहीं, फिर भी ये दूरियाँ यहाँ
वाह री दुनिया, दुनिया तेरे जलवे हैं निराले
तू कहीं रहें, यूँ लगे मुझे, मेरे दिल के पास है यहाँ
मांगू तेरी खैर, आ तेरे बगैर, दिल मेरा उदास है यहाँ
आजा हम को सीने से लगा ले