मस्त चाँदनी झूम रही है - The Indic Lyrics Database

मस्त चाँदनी झूम रही है

गीतकार - एम एल खन्ना | गायक - गीता, मुकेश | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - प्यार की बातें | वर्ष - 1951

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मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
दिल की बस्ती वीराँ है
तू मन के मीत कहाँ है
मेरी दुनिया आज जवाँ है
बेचैन पपीहे के होंठों पे मेरे दिल की बात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
ये रुत ये रंगीला मोसम
और बिरहा में तड़पे हम
क्यूँ बिछड़ गये हो बालम
नज़र मिला कर नज़र चुरा ले, ये भी कोई बात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
आजा अब दिल टूट न जाये
सबर का दामन छूट न जाये
क़िसमत मु से रूठ न जाये
प्रीत का रोग लगाने वाले, लाज तेरे हाथ है
प्रीत का रोग लगाने वाले, लाज तेरे हाथ है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भिगी-भिगी रात है
मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है