जब तक रहे तन में जिया, वादा रहा ओ साथिया - The Indic Lyrics Database

जब तक रहे तन में जिया, वादा रहा ओ साथिया

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोसले | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - समाधि: | वर्ष - 1972

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जब तक रहे तन में जिया, वादा रहा ओ साथिया
हम तुम्हारे लिए, तुम हमारे लिए
धूप लगेगी जब जब तुमको सजना
ओडारुन्गी मैं आँचल की छैया
साँझ पडे जब थक जाओगे बलमा
वारुन्गी मैं गोरी गोरी बैया
डोलूँगी बन के चांदनी मैं तेरे अंगना
सारे जनम को अब तो अपने तन पे
ओढी चुनरिया मैंने साजन की
खिली रहे मुस्कान तेरी फिर चाहे
लूट जाए बगिया मेरे जीवन की
मैं जीवन छोड़ दूँ, छोडूँ ना मैं तेरी गलियाँ