ये दर्द भरा अफसाना सुन ले अनजान जमाना - The Indic Lyrics Database

ये दर्द भरा अफसाना सुन ले अनजान जमाना

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - श्रीमन फंटूश | वर्ष - 1965

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ये ददर् भरा अफ़साना, सुन ले अन्जान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी, मेरा ददर् न कोई जाना-२कोई भी वादा, याद न आया
कोई क़सम भी, याद न आई
मेरी दुहाई, सुन ले खुदाई
मेरे सनम ने, की बेवफ़ाई
दिल टूट गया, दीवाना
सुन ले अन्जान, ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी ...फूलों से मैं ने दामन बचाया
राहो में अपनी काँटे बिछाये
मैं हूँ दीवाना, दीवानगी ने
इक बेवफ़ा से नेहा लगाये
जो प्यार को न पहचाना
सुन ले अनजान ज़माना, ज़माना ...यादें पुरानी, आने लगीं क्या
आँखें झुका लीं, क्या दिल में आई
देखो नज़ारा, दिलवर हमारा
कैसी हमारी, महफ़िल मे आई
है साथ कोई, बेगाना
सुन ले अन्जान, ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी ...