प्यारे पंछी नील गगन में - The Indic Lyrics Database

प्यारे पंछी नील गगन में

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - प्यासे पंछी | वर्ष - 1961

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प्यासे पंछी नील गगन में ( गीत मिलन के गाएँ ) -२
इस मेले में हम हैं अकेले साथी किसे बनाएँ
गीत मिलन के गाएँ
प्यासे पंछी ...ओ मतवाले राही तुझको मंज़िल कहाँ बुलाए
किसको ख़बर है इन राहों में कौन कहाँ मिल जाए
जैसे सागर की दो लहरें चुपके से मिल जाएँ
गीत मिलन के गाएँ
प्यासे पंछी ...छुपी हैं आहें किस प्रेमी की बादल की आहों में
बिखरी हुई है ख़ुश्बू कैसी अलबेली राहों में
किसकी ज़ुल्फ़ें छू कर आईं महकी हुई ये हवाएँ
गीत मिलन के गाएँ
प्यासे पंछी ...