तुम अपनी याद भी दिल से - The Indic Lyrics Database

तुम अपनी याद भी दिल से

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - लता मंगेशकर, तलत महमूद | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - यास्मीन | वर्ष - 1955

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तलत:
तुम अपनी याद भी दिल से भुला जाते तो अच्छा था
लता:
ये दो आँसू लगी दिल की बुझा जाते तो अच्छा थातलत:
मेरे अरमाँ भी ले जाते मेरी हसरत भी ले जाते -२
नज़र से चीन कर अपनी हसीं सूरत भी ले जाते
अंधेरे और इन आँखों में छा जाते तो अच्छा था
तुम अपनी याद भी ...लता:
मेरे दिल की मुहब्बत का यक़ीं कब तुम को आया था -२
जहाँ सौ ज़ुल्म ढाये थे जहाँ दिल को मिटाया था
मुझे भी अपने हाथों से मिटा जाते तो अच्छा था
ये दो आँसू लगी दिल की ...तलत:
मेरा दिल फेर दे मेरी निशानी फेरने वाले -२
लता:
जो मुमकिन हो तो लौटा दो मेरी आहें मेरे नाले -२
हम अपने दिल का खोया चैन पा जाते तो अच्छा था
ये दो आँसू लगी दिल की ...