मन सौंप दिया अनजाने में - The Indic Lyrics Database

मन सौंप दिया अनजाने में

गीतकार - पं. नरेंद्र शर्मा | गायक - लता | संगीत - सुधीर फड़के | फ़िल्म - मालती माधव | वर्ष - 1951

View in Roman

मन सौंप दिया अनजाने में
अनजाने में, अनजाने में
नैनों ने दरस रस किया पान
कर दिया पलक में हृदय दान
एक झलक में बांधे नैनों से प्राण
कितना सुख है बँध जाने में
मन सौंप दिया
आँखों को क्या हो गया आज
है पथ में अटकी बिना काज
पग पग पर इनको बरजे लाज
ये आती नहीं बहलाने में
मन सौंप दिया