कभी खुद पे कभी हलात पे रोना आया: - The Indic Lyrics Database

कभी खुद पे कभी हलात पे रोना आया:

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - हम दोनो | वर्ष - 1961

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कभी ख़ुद पे, कभी हालात पे रोना आया
बात निकली, तो हर इक बात पे रोना आयाहम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज, ये किस बात पे रोना आयाकिस लिये जीते हैं हम किसके लिये जीते हैं
बारहा ऐसे सवालात पे रोना आयाकौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त
सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया