बिछड़ गए जो साथी - The Indic Lyrics Database

बिछड़ गए जो साथी

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - तलत महमूद | संगीत - घंतसाला | फ़िल्म - पाताल भैरवी | वर्ष - 1952

View in Roman

बिछड़ गए जो साथी
बिछड़ गए जो साथी फिर न मिलेंगे क्या
बिछड़ गए जो साथी

बिखरे फूलों से काँटों से पूछ रही है बुलबुल रो रो (2)
उजड़े गुलशन अरमानों के फिर न खिलेंगे क्या
बिछड़ गए जो साथी

उल्फ़त रूठी क़िस्मत रूठी रूठ गई दुनिया सारी (2)
बुझे हुए ये चराग़ दिल के फिर न जलेंगे क्या
बिछड़ गए जो साथी

क्या क्या थे अरमान हमारे क्या क्या थीं उम्मीदें (2)
दिल ही दिल में रोने वाले फिर न हँसेंगे क्या

बिछड़ गए जो साथी फिर न मिलेंगे क्या
बिछड़ गए जो साथी (2)$