हमको मिता सके ये जमाने मन दम नहीं रफी - The Indic Lyrics Database

हमको मिता सके ये जमाने मन दम नहीं रफी

गीतकार - जिगर मुरादाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ताज अहमद खान | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1960s

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(हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं)-२
हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं
हमको मिटा सके(मेरी ज़ुबाँ पे शिकवा-ए-एहल-ए-सितम नहीं)-२
मुझको जगा दिया यही एहसान कम नहीं(या रब हुजूम-ए-दर्द को दे और वुसुअतें)-२
दामन तो क्या अभी मेरी आँखें भी नम नहीं(शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हक़ीक़तन)-२
तेरा सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं
हमको मिटा सके ...