कोई ना रोके यह परवाज़ें - The Indic Lyrics Database

कोई ना रोके यह परवाज़ें

गीतकार - इरशाद कामिल | गायक - शान | संगीत - संजोय चौधरी | फ़िल्म - आ वेडनेसडे | वर्ष - 2008

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कोई ना रोके यह परवाज़ें
कोई भी अब न दे आवाज़ें
चलो मस्तियों में झूमें
चलो आसमान भी घूमें
मंज़िलों से मिलें चलो
बादलों को चूमें
आ जाओ छोडो आना कानी
यह आ जाओ राहें आणि जानि यह
आ जाओ जी लो ज़िंदगानी यह
भूलके हमदम तुम सब घुम को

कोई ना रोके यह परवाज़ें
कोई भी अब न दे आवाज़ें
चलो मस्तियों में झूमें
चलो आसमान भी घूमें
मंज़िलों से मिलें चलो
बादलों को चूमें
आ जाओ छोडो आना कानी
यह आ जाओ राहें आणि जानि यह
आ जाओ जी लो ज़िंदगानी यह
भूलके हमदम तुम सब घुम को

कोई ना रोके यह परवाज़ें
कोई भी अब न दे आवाज़ें
अब दे रहा है ताने हमें
यह जहां क्या जाने
चिर के चाँद को
यहाँ लाएंगे जो थाने
समझो न हम भोले
भाले है हम ही तोह
जहां के उजाले है
जीने के ढंग भी निराले
है मार्जियो से जीना जाने
आ जाओ छोडो आना कानी
यह आ जाओ राहें आणि जानि यह
आ जाओ जी लो ज़िंदगानी यह
भूलके हमदम तुम सब घूम
आ जाओ छोडो आना कानी यह
आ जाओ राहें आणि जानि यह
आ जाओ जी लो ज़िंदगानी यह
भूलके हमदम तुम सब घूम.