रुक गया आंख से बहता हुआ दरिया कैसे - The Indic Lyrics Database

रुक गया आंख से बहता हुआ दरिया कैसे

गीतकार - कृष्ण बिहारी नूरी | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - वन्स मोर (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1990

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रुक गया आँख से बहता हुआ दरिया कैसे
ग़म का तूफ़ाँ तो बहुत तेज़ था ठहरा कैसेमुझको ख़ुद पर भी भरोसा होने पाता
लोग कर लेते हैं ग़ैरों पे भरोसा कैसेहर घड़ी तेरे ख़यालों में घिरा रहता हूँ
मिलना चाहूँ तो मिलूँ ख़ुद से मैं तनहा कैसेऔर भी अहल-ए-खिरद अहल-ए-जुनूँ थे मौजूद
लुट गये हम ही तेरी बज़्म में तनहा कैसे