रब्बा मुझे रब से प्यार था - The Indic Lyrics Database

रब्बा मुझे रब से प्यार था

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, अदनान सामी, अनुराधा श्रीराम | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - अब के बरस | वर्ष - 2002

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रब्बा ओय रब्बा रब्बा
मुझे रब से प्यार था रब से प्यार है रब से प्यार रहेगा
लेकिन दिलबर बनके लहू मेरी रग रग में बहेगा
रब रब रब ज़ुबान बोले
पर महबूब के नाम पे दिल क्यूँ डोले
अरे ओय ओय ओय ओय रब रब रब ज़ुबान ...
मुझे रब से ...
माफ़ करे माफ़ करे रब रब रब रब रब माफ़ करेआजा सांवरिया रस्ते पे नैन हैं
सह के बिछोड़ा हाय कितने बेचैन हैं
दर्द-ए-मोहब्बत दर्द-ए-जुदाई
साया भी साथ ना दे ऐसी है तन्हाई
मेरा ख्वाब है वो अरमान है वो
मेरी धड़कन है मेरी जान है वो
मुझे इंतज़ार था इंतज़ार है इंतज़ार रहेगा
मुझे रब से ...आवारगी का आलम ना पूछो
जिंदड़ी बेहाल कैसे ज़िंदा हम ना पूछो
सदियों युगों को इक पल में जी लें
कोई ज़हर जो दे दे हम हँस के पी लें
सजदा जो करूँ वो याद आए
हर लम्हे पे फ़रियाद आए
जो इश्क़ की गलियों से गुज़रा वो सौ सौ बार कहेगा
मुझे रब से ...