आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं - The Indic Lyrics Database

आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं

गीतकार - निदा फाजली | गायक - लकी अली | संगीत - एम एम करीम | फ़िल्म - सुर | वर्ष - 2002

View in Roman

आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं -२
साज़ बजाए मौसम और गीत सुनाऊँ मैं
आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं
साज़ बजाए मौसम और गीत सुनाऊँ मैं
आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैंधरती भीगे बाँहों में बादल के
पत्ते गाएँ रस्ते में पीपल के
पंछी भँवरे तितली और हवाएँ
अपनी-अपनी धुन में सब गाएँ
इनको सुर इनको ताल इनको गीत किसने सिखाए
आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं
साज़ बजाए मौसम और गीत सुनाऊँ मैं
आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैंगिरती-उठती दिल में जो लहरें हैं
इनमें ही तो गीतों के डेरे हैं
आगे-पीछे जितना ये जीवन है
मेरी-तेरी साँसों का आँगन है
रोज़ ही सुबह नई राह नई सूरज दिखाए
आओ तुम्हें एक नई बात बताऊँ मैं
साज़ बजाए मौसम और गीत सुनाऊँ मैं