तू क्या मिल गई मोहब्बत हो ना जाए - The Indic Lyrics Database

तू क्या मिल गई मोहब्बत हो ना जाए

गीतकार - अब्बास | गायक - हेमा सरदेसाई, अभिजीत | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - स्टाइल | वर्ष - 2003

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को : आ आ आ आ आ आ -२
अ : तू क्या मिल गई ये समा रंगीं हो गया
सेहरा में जैसे खिल गया हो गुल नया
ऐ मेरी जान-ए-जाँ है तुझे क्या पता
तेरे हुस्न का ( मुझपे नशा छा गया ) -३
( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
( क़यामत ) -३ आ ना जाए
को : ( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
( क़यामत ) -३ आ ना जाए
हे : हाँ आँ आँ आँ आँ
हो ओ ओ ओ ओआज-कल क्या बताऊँ मदहोश हो गई हूँ
महसूस हो रहा है मैं कहीं खो गई हूँ
अ : खोया मेरा भी दिल है बेचैन ये धड़कन है
क्या यही है मोहब्बत कैसा दीवानापन है
हे : ऐ मेरे जान-ए-जाँ है तुझे क्या पता
हाल मेरे भी ( दिल का है कुछ आप सा ) -३
( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
अ : ( क़यामत ) -३ आ ना जाए
को : ( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
( क़यामत ) -३ आ ना जाएको : आ आ आ आ आ आहे : तूने जो छू लिया तो खिल गईं दिल की कलियाँ
तेरी आँखों में मुझको मिल गई मेरी दुनिया
अ : यूँ तो लाखों हसीं हैं तुझ सा कोई नहीं है
जिस की ख़्वाहिश थी मुझको जान-ए-जाँ तू वही है
हे : ऐ मेरे जान-ए-जाँ सुन तेरा शुक्रिया
मिल गया तेरे ( दिल में मुझे आशियाँ ) -३
अ : ऐ मेरी जान-ए-जाँ आ गले से लगा
ताकि मिल जाएँ ( मुझको ज़मीं-आसमाँ ) -३
( मोहब्बत ) -३
अ : ( क़यामत ) -३
को : ( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
( क़यामत ) -३ आ ना जाएहे : तू क्या मिल गया ये समा रंगीं हो गया
सेहरा में जैसे खिल गया हो गुल नया
ऐ मेरी जान-ए-जाँ है तुझे क्या पता
तेरे इश्क़ का ( मुझपे नशा छा गया ) -३
अ : ( मोहब्बत ) -२
हे : ( क़यामत ) -२
दो : ( मोहब्बत ) -२
( क़यामत ) -२
को : ( मोहब्बत ) -३ हो ना जाए
( क़यामत ) -३ आ ना जाए
दो : ( हे हे हे हे हे
आ आ आ आ आ ) -२